#विधायक दलवीर की गाड़ी से लखनऊ से रवाना हुआ जांचकर्ता दारोगा.
#हरदुआगंज का पाप काटने में जुटा घोटालेबाज बिजली विभाग का निदेशक.
#कम से कम रिटायरमेंट तक जांच लटकाना चाहता है बीएस तिवारी.
#हरदुआगंज के सरकारी गेस्ट हाउस में रुक अतिन टंडन मामले को रफादफा करने में जुटा.
अफसरनामा ब्यूरो
लखनऊ : अलीगढ़ के जनसेवक दलवीर सिंह, कानून के रखवाले और हरदुआगंज के कातिल को पकड़ने की जिम्मेदारी पाए जवां थाने के दारोगा से लेकर बिजली घर की राख से सोना कमाने वाले मंगलम सीमेंट के मालिकान सहित बीएस तिवारी के दम पर चांदी काट रहा इंटीरियर डिजाइनर अतिन टंडन और कारोबारी विकास जादौन सबने अपने आका को बचाने के लिए घोड़े खोल दिए हैं.
शक्ति भवन से लेकर बिजली विभाग के कई ठिकाने मे सजावटी कामों की ठेकेदारी करने वाला “मेसर्स अनमोल ट्रेडर्स” का मालिक अतिन टंडन तो इन दिनों बीएस तिवारी को बचाने में इस कदर जी जान से जुटा है कि बीते एक हफ्ते से उसकी रातें मुफ्त में हरदुआगंज बिजलीघर के गेस्टहाउस मे गुजर रही हैं. दलाली का पर्याय बन चुका टंडन सरकारी दामाद बन हरदुआगंज मे बिजली इंजीनियरों की कार का इस्तेमाल करते हुए बीएस तिवारी की जांच को निपटाने मे जुटा है.
इसके अलावा, कहते हैं कि कुछ भी हो जाय लेकिन इंसानी फितरत नहीं बदलती. कुछ इसी तरह का हाल पिछले लोकसभा चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी नगमा के नामांकन के समय अपनी हरकतों को लेकर काफी चर्चित रहे वर्तमान भाजपा विधायक दलबीर सिंह का है. कई दलों का चक्कर काट कांग्रेस छोड़ भारतीय जनता पार्टी में आये विधायक दलबीर सिंह जिस तरह से बीएस तिवारी को बचाने में सक्रिय हुए हैं उससे तो यही साबित होता है कि सरकार भी हमारी और पुलिस भी हमारी तो फिर कैसे नापेगा बीएस तिवारी. ऐसे में विधायक का यह कृत्य पार्टी की शुचिता और इमानदारी के नारे व ईमानदार मुख्यमंत्री की छवि को खराब करने वाली है.
बिजली उत्पादन निगम के भ्रष्ट अफसर निदेशक तकनीकी बीएस तिवारी पर हरदुआगंज में हुई मजदूरों की मौत की वर्षों से लंबित जांच काफी दबाव के बाद पुनः शुरू तो हुई लेकिन एक बार फिर से मामले को रफा दफा करने की नियत से बीएस तिवारी ने अपने घोड़े खोल दिए हैं, और उसके इस काम में उसके मददगार सत्ताधारी दल के विधायक दलबीर सिंह आ गए हैं.
शुक्रवार को अलीगढ के जवां थाने के दरोगा लखनऊ के शक्ति भवन स्थित मुख्यालय पहुंचे और पूछताछ की खानापूर्ति करके विधायक जी के साथ वापस चलते बने. मिली जानकारी के मुताबिक़ शुरूआती दौर में जांच में तेजी दिखाने वाले दरोगा बीएस तिवारी से मिलने के बाद अब ठन्डे दिख रहे हैं और संभावना जताई जा रही है कि अब या तो पहले की ही तरह मामले को आगे खींचा जाएगा या फिर इसमें बीएस तिवारी के मनमाफिक रिपोर्ट लगवाकर मामले को रफादफा कर दिया जाएगा. फिलहाल बीएस तिवारी अपने उपर लगे आरोपों की जांच को लंबा खींचने या फिर मामले को करीब एक साल बाद होने वाले अपने रिटायरमेंट तक दबाने के प्रयास में है.
बीएस तिवारी की मेहरबानियों से उपकृत उसके हमराज ब्यवसायी विकास जादौन के भी भाजपा विधायक दलबीर से करीबी रिश्ते हैं. इसके अलावा मुख्यालय पर अक्सर देखे जाने और विभाग में अपने संपर्कों का बखान करने वाले टंडन भी इस समय हरदुआगंज में कैम्प कर बीएस तिवारी के कारनामों पर पर्दा डालने में जुटे हैं.