#हादसों घोटालों के पहाड़ पर चढ़ एमडी बनने की तैयारी में बीएस तिवारी.
अफसरनामा ब्यूरो
लखनऊ : हरदुआगंज के हत्यारे बीएस तिवारी पर जांच शुरू होते ही मामले को दबाने के लिए जहां पुलिस सहित अन्य लोगों को मैनेज करने के लिए उसके कारिंदे सक्रिय हो चुके हैं, वही वह खुद अपने दोष को छिपाने और प्रबंध निदेशक बनने की ख्वाहिश को लेकर मंत्री श्रीकांत शर्मा के दरबार उनके गृह जनपद मथुरा पहुंच गया.
मिली जानकारी के मुताबिक बीते रविवार को बीएस तिवारी गुपचुप तरीके से अलीगढ़ पहुंचा. वहां अपने कारिंदों को दिशा निर्देश जारी कर मंत्री महोदय की शरण में मथुरा पहुंच गया. मंत्री महोदय से खुद को निर्दोष बताते हुए प्रबंध निदेशक बनाए जाने की इच्छा जाहिर की. इतने सब कारनामों के बावजूद यह बीएस तिवारी का दुस्साहस है या फिर कुछ और?
हरदुआगंज मौत के मामले में मजिस्ट्रेटी जांच के दोषी,वर्षों से दबी पुलिस जांच में शुरू तेजी और रजिस्ट्रार आफ कम्पनीज के निदेशक के नेतृत्व में जांच कमेटी गठित होने और तो और पूर्व प्रबंध निदेशक अमित गुप्ता द्वारा बीएस तिवारी को लेकर मिले शिकायती पत्रों व आरोपों पर टिप्पणी लिखने और साक्ष्य सहित जवाब मांगने, राख घोटाले में संलिप्तता के बावजूद बीएस तिवारी मंत्री के दरबार में सिफारिश हेतु पहुंच गया. मिली जानकारी के मुताबिक़ अब यह मंत्री जी को अपने मायाजाल में फंसाने की कोशिश में लगा है.
बताते चलें पूर्व प्रबंध निदेशक रहे अमित गुप्ता ने बीएस तिवारी की शिकायतों को लेकर जो कि साक्ष्यों के साथ दिए गए थे, उन सभी पत्रों पर नोटिंग करते हुए बीएस तिवारी से साक्ष्य सहित जवाब मांग लिया था, जिसके बाद उनका तबादला हो गया. पूर्व प्रबंध निदेशक अमित गुप्ता के तबादले को लेकर जानकारों का तो यहाँ तक कहना है कि बीएस तिवारी का विभाग और शासन में इतना दबदबा है कि उसपर कार्यवाही होने के बजाय खुद प्रबंध निदेशक को वहां से हटना पड़ रहा है.
ऐसे में विभाग के मुखिया चेयरमैन आलोक कुमार से वरदान प्राप्त बीएस तिवारी को मंत्री जी से उपकार अथवा दुत्कार मिलता है यह तो वक्त बताएगा. अब श्रीकांत शर्मा और बीएस तिवारी में कौन खिलाड़ी और कौन अनाडी है यह देखना होगा. फिलहाल इतना तो जाहिर हो चुका है की बीएस तिवारी बिजली विभाग का वह दीमक है जो कि विभाग को चट ही नहीं रहा है बल्कि अपने कुनबे को भी फैलाने और खुद को मजबूत करने में लगा हुआ है. अब ऐसे अफसरों के भरोसे चल रहे विभाग का भगवान् ही मालिक है.