अफसरनामा ब्यूरो
लखनऊ : लोकसभा के उपचुनाव के बाद अब उत्तर प्रदेश में राज्यसभा के लिए चुनाव होना है और इसके लिए बीजेपी और सपा दोनों ने तैयारी कर ली है. बीजेपी की चिंता अपनी साख बचाने की है तो अखिलेश यादव को फिक्र मायावती से किये वादे की है. लोक सभा के उपचुनाव में बीएसपी ने समाजवादी पार्टी का समर्थन किया. बुआ के सहयोग से भतीजे की पार्टी ने गोरखपुर और फूलपुर सीट जीत ली थी. राज्य सभा के चुनाव में जीत के लिए एक उम्मीदवार को कुल 37 एमएलए का वोट चाहिए. ऐसे में समाजवादी पार्टी के पास 47 विधायक हैं. जया बच्चन के बाद पार्टी के पास 10 विधायकों के वोट बच जाएंगे और 19 विधायकों वाली बीएसपी ने भीमराव अंबेडकर को राज्य सभा का टिकट दे दिया है. लेकिन यहीं बीजेपी ने नौवां उम्मीदवार उतार कर पेंच फंसा दिया है.
फिलहाल समाजवादी पार्टी और भारतीय जनता पार्टी दोनों ने अपने-अपने विधायकों को डिनर पर बुलाया है. इसमें जहां बीजेपी के विधायक रात्रिभोज पर सीएम योगी के सरकारी आवास पर रात्रिभोज करेंगे तो वहीँ सपा के एमएलए लखनऊ के होटल ताज में भोजन करेंगे. गोरखपुर और फूलपुर में जीतने के बाद समाजवादी पार्टी के हौसले बुलंद है. तो बीजेपी इस बार कोई चूक करने के मूड में नहीं है. ऐसे में खाना तो एक बहाना है असल मुद्दा तो राज्य सभा चुनाव को लेकर चर्चा है.
केंद्रीय वित्त मंत्री अरूण जेटली समेत 8 नेता आसानी से चुन लिए जाएंगे. मामला अनिल अग्रवाल को लेकर फंसता नजर आ रहा है. बीजेपी को 9 अतिरिक्त वोटों का जुगाड़ करना पडेगा. पार्टी के एक बड़े नेता बताते है कि “हमने इंतजाम कर लिया है, एसपी और बीएसपी के भी कुछ लोग हमारा साथ दे रहे हैं “. यूपी से राज्य सभा की दस सीटों के लिए 23 मार्च को वोटिंग होगी.
योगी आदित्यनाथ के घर पर होने डिनर में सहयोगी पार्टियों सुहेलदेव समाज पार्टी और अपना दल के विधायकों को भी बुलाया गया है. गुजरात जैसी घटना ना हो इसीलिए एमएलए को ट्रेनिंग भी दी जाएगी कि अपना वोट कैसे करें. गुजरात के राज्य सभा चुनाव में कांग्रेस के अहमद पटेल एक चूक की वजह से चुनाव जीत गए थे. बीएसपी सुप्रीमो मायावती ने अपने घर पर विधायकों की मीटिंग 22 मार्च को बुलाई है.
योगी के डिनर में नितिन अग्रवाल, राजभर और अमन मणि त्रिपाठी
सीएम योगी के डिनर में ओमप्रकाश राजभर मंच पर मौजूद रहे. वह इस दौरान सीएम के साथ देखे गए. उन्हें शेरो-शायरी करके खास अंदाज में मंच पर बुलाया गया. राजभर योगी से नाराजगी के चलते दिल्ली आकर बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह से मिले थे. अमित शाह ने उन्हें यूपी आकर मामले को सुलझाने का आश्वासन दिया है. इसके बाद से वह संतुष्ट नजर आ रहे हैं. ओमप्रकाश राजभर के अलावा निर्दलीय विधायक अमन मणि त्रिपाठी भी योगी के डिनर में पहुंचे. इस डिनर में सबसे खास बात रही सपा से बीजेपी में गए नरेश अग्रवाल के बेटे और सपा विधायक नितिन अग्रवाल का पहुंचना.
अखिलेश के डिनर में शिवपाल यादव पहुंचे
वहीं, अखिलेश यादव ने भी समाजवादी पार्टी के विधायकों के साथ होटल ताज में मुलाकात की. इस मुलाकात में शिवपाल यादव पहुंचे. उनके अलावा नेता प्रतिपक्ष रामगोविंद चौधरी, सांसद धर्मेंद्र यादव, विधानपरिषद में विपक्षी दल के नेता अहमद हसन, एमएलसी उदयवीर सिंह, सुनील साजन, रामवृक्ष यादव, अरविंद सिंह, एमएलए मनोज पांडेय और अबरार अहमद, एमएलसी आनंद भदौरिया और आशु मलिक भी पहुंचे.
बीजेपी के 9वें उम्मीदवार के लिए यह है वोटों की गणित
बीजेपी की उम्मीदें नरेश अग्रवाल राजा भैया और शिवपाल यादव के साथ साथ अमनमणि त्रिपाठी जैसे कुछ विधायकों पर टिकी है, जो विधायकों की क्रॉस वोटिंग करा सकते हैं. सपा इस कोशिश में है कि नरेश अग्रवाल और राजा भैया की सेंधमारी की कोशिशों को रोका जा सके. अखिलेश यादव तो सार्वजनिक तौर पर शिवपाल यादव से वोट देने की अपील भी कर चुके हैं. ऐसे में हो सकती है बीजेपी की फजीहत, राज्यसभा चुनाव में एक बार फिर बीजेपी की साख दांव पर है. अपने 9वें कैंडिडेट को उतारा है. जबकि पार्टी के पास पर्याप्त संख्या नहीं है और अगर बीजेपी अपने उम्मीदवार को नहीं जीता पाती तो उसे फिर एक और फजीहत झेलने के लिए तैयार रहना होगा. बीजेपी सूबे की 9वीं राज्यसभा सीट पर निर्दलीय अनिल अग्रवाल को जिताने के लिए हर संभव कोशिश में जुटी है. बीजेपी गठबंधन के पास 28 वोट अतरिक्त हैं, जबकि जीतने के 37 वोट की जरूरत है. इस तरह बीजेपी को 9 वोटों की जरूरत है.