#17 अप्रैल से 24 अप्रैल तक नामांकन, 27 अप्रैल तक नाम वापसी का कार्यक्रम तय.
अफसरनामा ब्यूरो
दिल्ली : कर्नाटक विधानसभा की मौजूदा सरकार का पांच वर्ष का कार्यकाल तीन जून को पूरा हो रहा है ऐसे में चुनाव आयोग ने कर्नाटक विधानसभा चुनाव के लिए तारीखों का ऐलान कर दिया गया है जहां 12 मई को वोट डालने और 15 मई को मतों की काउंटिंग की जायेगी. बताते चलें कि कर्नाटक विधानसभा में कुल 225 सीटें हैं लेकिन चुनाव केवल 224 सीटों पर ही होता है एक सीट पर एंग्लो इंडियन का सदस्य बनाया जाता है. चुनाव आयोग के मुताबिक 17 अप्रैल से 24 अप्रैल तक नामांकन भरे जाएंगे. इसके बाद 25 अप्रैल को नामांकन पत्रों की जांच की जाएगी, जिसके बाद 27 अप्रैल तक उम्मीदवार अपना नाम वापस ले सकेंगे.
मुख्य चुनाव आयुक्त के मुताबिक़ कर्नाटक की जनसंख्या में 72 फीसदी लोग वोटर हैं. चुनाव की तारीखों का ऐलान होते ही आज से कर्नाटक में चुनाव आचार संहिता लागू हो गया है. यही नहीं, जब तक चुनाव ना हो जाए तब तक रात 10 बजे से सुबह 6 बजे तक लाउडस्पीकर पर बैन लगा दिया गया है. मुख्य चुनाव आयुक्त ओमप्रकाश रावत ने बताया कि इस बार चुनावी खर्च पर आयोग का खास ध्यान रहेगा, सभी पार्टियों पर हमारी नजर रहेगी. एक उम्मीदवार चुनाव में 28 लाख रुपये से ज्यादा खर्च नहीं कर पाएंगे.
कांग्रेस ने 2013 के विधानसभा चुनाव में 122 जीती थी, जबकि बीजेपी 40 और जेडीएस 40 सीटों पर कब्जा किया था. बीजेपी से बगावत कर चुनाव लड़ने वाले बीएस येदियुरप्पा की केजेपी महज 6 सीटें जीत सकी थी. इसके अलावा अन्य को 16 सीटें मिली थी. हालांकि बाद में येदियुरप्पा दोबारा से बीजेपी के साथ आ गए. कर्नाटक विधानसभा चुनाव 2008 के मुताबिक 2013 में बीजेपी को 70 सीटों का नुकसान उठाना पड़ा था. जबकि राज्य की सभी सभी पार्टियों को फायदा मिला था. सबसे ज़्यादा लाभ कांग्रेस को 42 सीटों का, जेडीएस को 12 और अन्य उम्मीदवारों को 10 सीटों पर लाभ हासिल हुआ था. ऐसे में फिलहाल मुख्यमंत्री सिद्धारमैया के नेतृत्व में कांग्रेस अपना किला बचाने में जुटी है तो वहीं बी. एस. येदियुरप्पा को सीएम फेस बनाकर बीजेपी भी मैदान में डट गई है. जेडीएस बसपा के साथ गठबंधन कर चुनाव मैदान में उतरने जा रही है.