#परीक्षा शुरू होने के 40 मिनट पहले हुआ पूरा खेल.
अफसरनामा ब्यूरो
दिल्ली : सीबीएसई के क्षेत्रीय निदेशक की शिकायत के बाद अर्थशास्त्र का पर्चा लीक होने के बाद 27 मार्च को पहली एफआईआर दर्ज की गई और दसवीं गणित का पर्चा लीक होने के बाद दूसरी एफआईआर 28 मार्च को दर्ज की गई. इस तरह दिल्ली पुलिस ने पर्चा लीक होने के सिलसिले में दो एफआईआर अभी तक दर्ज किये हैं. पेपर लीक मामले में क्राइम ब्रांच ने अब तक 60 से ज्यादा लोगों से पूछताछ की है. इनमें वॉट्सऐप के 10 से ज्यादा समूहों के एडमिनिस्ट्रेटर शामिल हैं, जिनमें लीक हुए प्रश्नपत्र शेयर किये गये थे.
पुलिस ने बताया कि स्कूल के शिक्षकों की मदद से कैसे पेपर शुरू होने से महज 40 मिनट के अंदर पेपर लीक हुआ और छात्रों तक पहुंच गया. पुलिस ने बताया निजी स्कूल के शिक्षकों ऋषभ और रोहित ने तय समय 9:45 मिनट से करीब 40 मिनट पहले पेपरों का बंडल खोल दिया और फिर इसकी फोटो लेकर उन्होंने कोचिंग सेंटर के ट्यूटर तौकीर को भेज दिया. इसके बाद तौकीर ने छात्रों तक वॉट्सऐप और अन्य माध्यमों से पेपर पहुंचा दिया.
दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने रविवार को मीडिया को संबोधित करते हुए बताया कि पुलिस ने दो स्कूल शिक्षकों समेत तीन लोगों को इस मामले में गिरफ्तार किया है जिन्हें दो दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया गया है. दिल्ली पुलिस के जॉइंट कमिश्नर ने बताया कि शुरुआती पूछताछ में तीनों आरोपियों ने अहम खुलासे किए हैं. पुलिस ने बताया कैसे लीक हुआ CBSE का पेपर, एग्जाम से 40 मिनट पहले कैसे हुआ खेल. गिरफ्तार आरोपियों में एक कोचिंग सेंटर संचालक और निजी स्कूल के दो शिक्षक शामिल हैं. तीनों को दो दिन की पुलिस रिमांड पर भेजा गया है. दिल्ली पुलिस ने कहा कि पेपर लीक में पैसों का ट्रांसजैक्शन कैसे हुआ इसकी जांच चल रही है. उन्होंने जांच को लेकर अधिक जानकारी देने से इनकार करते हुए कहा कि उन्हें इस मामले में सीबीएसई से पूरी मदद मिल रही है.