# सूबे में पहली बार नकल विहीन परीक्षा के लिए जिला स्तर पर गठित कमेटी में पत्रकार भी शामिल
# अति संवेदनशील केन्द्रों पर होगी एसटीएफ की तैनाती
एएन ब्यूरो
लखनऊ : सूबे की योगी सरकार ने यूपी बोर्ड की परीक्षाओं के लिए नक़ल माफियाओं से निपटने और नकलविहीन परीक्षा कराने के सम्बन्ध में नए दिशा निर्देश जारी किये हैं. सूबे के इतिहास में पहली बार नकल विहीन परीक्षा कराने के लिए जिला स्तर पर गठित कमेटी में पत्रकारों को भी शामिल किया जाएगा. नकल होने की दशा में सेक्टर मजिस्ट्रेट व स्टैटिक मजिस्ट्रेट को जवाबदेह बनाया गया है. चीफ सेक्रेटरी राजीव कुमार ने अत संवेदनशील परीक्षा केन्द्रों पर स्टैटिक मजिस्ट्रेट तैयार करने तथा जिलास्तर पर डीएम् की अध्यक्षता में गठित कमेटी में समाचार पत्रों के प्रतिनिधियों को शामिल करने के निर्देश जारी किये गए हैं ताकि नक़ल के रोकथाम के लिए बेहतर फीड बैक सरकार को मिल सके.
यूपी बोर्ड की 6 मार्च से शुरू होने वाली परीक्षाओं के लिए शुक्रवार को मुख्य सचिव राजिव कुमार ने प्रदेश के सभी जिला मजिस्ट्रेटों और मंडला आयुक्तों को नकलविहीन परीक्षा कराने के लिए कड़ी निगरानी हेतु पत्र भेजा है. प्रदेश में अति संवेदनशील केन्द्रों पर एसटीएफ को भी तैयार किया जाएगा. इस वर्ष पिछले वर्ष की तुलना में 2865 परीक्षा केन्द्र कम बनाये गए हैं ताकि केन्द्रों का उचित मोनिटरिंग किया जा सके. केन्द्रों पर बिजली की व्यवस्था न होने पर अनिवार्य रूप से जनरेटर चलाये जाने के भी निर्देश जारी किये गए हैं. केन्द्रों पर लगे सीसीटीवी कैमरों की नियमित रूप से जांच के भी निर्देश मुख्य सचिव द्वारा जारी किये गए हैं. परीक्षा कराने के लिए तैनात कर्मचारी को किसी प्रकार की धमकी मिलने पर तत्काल एफआईआर कराने के भी निर्देश हैं. इसके अलावा नकल रोकने के लिए पेपर बदलने और परीक्षा रद्द करने तक के कदम उठाये जाने का निर्देश जारी किया गया है. फिलहाल सरकार के इस कदम से प्रदेश में नक़ल विहीन परीक्षा कराए जाने की उम्मीदों को बल मिला है और एक पारदर्शी व नकलविहीन परीक्षा की उम्मीद की जा सकती है.