लखनऊ : मोदी सरकार की महत्वाकांक्षी योजना में एक प्रधानमंत्री आवास बनाने वाली उत्तर प्रदेश की स्वायत्तशासी अभिकरण के अधिकारियों को शासन में सचिव पद पर तैनात एक सीनियर आईएएस अफसर द्वारा धमकाया जा रहा है. सूत्रों की मानें तो धमकाने की वजह उन अधिकारियों द्वारा इन आईएएस महोदय की बेगारी न किया जाना है. यह आईएएस अधिकारी पिछली अखिलेश यादव की सरकार के चहेते अफसरों में गिने जाते रहे हैं, और पिछली सरकार के ही एक दल-बदलू मंत्री के करीबी रिश्तेदार बताए जाते हैं. इन महोदय को शासन ने जिस पद पर तैनाती दिया है खुद उसका काम सही ढंग से नहीं हो पा रहा है, न ही स्वच्छता हो पा रही है और न ही स्मार्टसिटी बन पा रही है. कभी सरकारी जमीनों के बेचने में माहिर इन साहब की बेचैनी कुछ इस कदर है कि जहां पर इनका केवल फाईल देखने का काम है वहां पर इन साहब को मीटिंग करने की ब्याकुलता बढ़ी है. इनके मीटिंग करने की व्याकुलता जो भी हो मगर मामला दिलचस्प है.