लखनऊ : उत्तर प्रदेश शासन ने राजकीय होम्योपैथिक मेडिकल कॉलेजों में तैनात संविदा शिक्षकों की नियुक्ति को किया निरस्त, भर्ती मामले में मिली थीं शिकायतें. अपर मुख्य सचिव आयुष प्रशांत त्रिवेदी ने शिक्षकों के रिक्त पदों को संविदा के आधार पर भरने के 11 अप्रैल 2018 के शासनादेश को किया निरस्त. प्रदेश में राजकीय मेडिकल कॉलेजों में लगभग 200 संविदा शिक्षकों की भर्ती के मामले में भ्रष्टाचार और भाई-भतीजावाद की हुई थी शिकायत. वर्ष 2018 में हुई संविदा शिक्षकों की नियुक्ति में लगे थे धांधली के आरोप. इसके बाद 2019 में बिना शासन की अनुमति में पूर्व निदेशक होम्योपैथी प्रो. वीके विमल ने सभी संविदा शिक्षकों की नियुक्ति का किया था नवीनीकरण. प्रदेश में इस समय फैजाबाद, इलाहाबाद, आजमगढ़, लखनऊ, मुरादाबाद, गाजीपुर, कानपुर, अलीगढ़ व गोरखपुर में हैं राजकीय होम्योपैथिक मेडिकल कॉलेज.