#मोदी कैबिनेट में शामिल टीडीपी मंत्री अशोक गजपति राजू और वाई एस चौधरी देंगे इस्तीफ़ा.
#आन्ध्र प्रदेश को विशेष राज्य का दर्जा न दिए जाने से चंद्रबाबू नायडू थे नाराज.
अफसरनामा ब्यूरो
हैदराबाद : केंद्र में भाजपा की सहयोगी व एनडीए एलायंस में शामिल चंद्रबाबू नायडू के नेतृत्व वाली तेलगु देशम पार्टी ने आज केंद्र सरकार द्वारा आंध्र प्रदेश को विशेष राज्य का दर्जा न दिए जाने पर खुद को मोदी मंत्रिमंडल से अलग कर लिया है. कैबिनेट में शामिल टीडीपी के दो मंत्री अशोक गजपति राजू और वाई एस चौधरी गुरूवार को इस्तीफे देंगे. इस बात की जानकारी खुद चंद्रबाबू नायडू ने पत्रकार वार्ता में देते हुए कहा कि राज्य के साथ अन्याय हुआ है, जिसके चलते हमने केंद्र सरकार में अपने दोनों मंत्रियों के इस्तीफे का फैसला किया है. और अगर अगले कदम में एनडीए के साथ बने रहने पर फैसला लिया जाएगा.
टीडीपी का कहना है कि बीजेपी के साथ गठबंधन इसलिए किया गया था ताकि आंध्र प्रदेश के साथ न्याय हो सके, लेकिन ऐसा नहीं हुआ. राज्यसभा में पीएम ने आंध्र प्रदेश को विशेष राज्य का दर्जा देने का आश्वासन दिया था जिसको पूरा करने में केंद्र की मोदी सरकार नाकाम रही है. इसके अलावा जेटली के केन्द्रीय बजट में राज्य को ज्यादा अहमियत न मिलने से भी चंद्रबाबू नायडू नाराज चल रहे थे. नायडू की इस नाराजगी को दूर करने के लिए वित्त मंत्री अरुण जेटली ने आंध्र प्रदेश को विशेष राज्य का दर्जा नहीं स्पेशल पैकेज दिये जाने की बात कही लेकिन उनका यह कहना भी टीडीपी की नाराजगी को दूर न कर सका. जेटली ने कहा कि आंध्र प्रदेश को स्पेशल स्टेटस के आधार पर ही स्पेशल पैकेज दिया जाएगा.
पार्टी का आरोप है कि आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री नायडू 29 बार दिल्ली गए, प्रधानमंत्री और केंद्रीय मंत्रियों से मिले, राज्य से जुड़े मामलों पर कई बार अनुरोध किया, लेकिन कुछ नहीं हुआ. आंध्र प्रदेश को अवैज्ञानिक तरीके से विभाजित किया गया, जिससे आज कई मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है. पार्टी के मुताबिक केंद्र सरकार आंध्र प्रदेश के लोगों की भावनाओं को नहीं समझ रही है. चार साल से राज्य के लोग अपने साथ इंसाफ की उम्मीद लगाए बैठे थे. हाल ही में पेश हुए एनडीए सरकार के आखिरी पूर्ण बजट में भी आंध्र प्रदेश को फंड नहीं दिया गया.