#कप्तान अनिल कुमार सिंह पर आरोप कि वसूलते हैं महीना.
अफसरनामा ब्यूरो
लखनऊ : बाराबंकी पुलिस कप्तान अनिल कुमार सिंह पर एक पुलिसकर्मी ने खुलकर आरोप लगाया है. पुलिस कर्मी का कहना है कि कप्तान साहब थानों से महीना वसूलते हैं और थानों को 6-6 लाख में बेचा जाता है. उत्तर प्रदेश पुलिस का यह चेहरा खुद विभाग का ही एक कर्मचारी उजागर कर रहा है. जब पुलिस का यह हाल राजधानी से सटे जिले का है तो बाकी प्रदेश की स्थिति का अंदाजा लगाया जा सकता है. कानून व्यवस्था को सुधारने के लिए एनकाउंटर कर वाहवाही लूटने वाली यूपी पुलिस का यह असली चेहरा कानून व्यवस्था की जमीनी स्थिति को समझने के लिए काफी है.
https://www.youtube.com/watch?v=tswB8u5RaAM&feature=youtu.be
लख़नऊ से सटे जिले बाराबंकी में भ्रष्टाचार में डूबे आईपीएस पर पुलिस कर्मी ने खुलासा कर पुलिस विभाग के इस भ्रष्टाचार को उजागर किया है. कप्तान की इस पैसे की भूख से खुद पुलिसकर्मी खुद अछूते नहीं हैं. इन कप्तान महोदय के जुल्म का शिकार खुद उनके शागिर्द भी हैं. बाराबंकी पुलिस के इस वायरल वीडियो में भयावह स्थिति का खुलासा हुआ कि कप्तान बाराबंकी ने थानों को बेच डाला.
यूपी पुलिस द्वारा थानों में वसूली एक व्यापार सी बन गयी है. इससे स्थिति साफ़ है कि थानेदार कप्तान को वसूली देगा और जनता थानेदार को वसूली देगी. फिलहाल आईपीएस पर खुलासे से पुलिस महकमें में हड़कम्प मचा हुआ है और अधिकारियों ने चुप्पी साध रखी है. चूंकि मामला सीधा पुलिस कप्तान से जुडा है इसलिए कोई कुछ बोलने को तैयार नहीं है. अगर यही काम किसी दारोगा या सिपाही का होता तो उसको तत्काल सस्पेंड कर खानापूर्ति कर दी गयी होती.
ऐसे में सवाल यह है कि कानून व्यवस्था के मुद्दे पर समाजवादी पार्टी को बाहर का रास्ता दिखाने वाली जनता को इससे क्या मिलेगा. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के मंसूबों पर पानी फेरते ऐसे अफसर इन्वेस्टर समिट से आये प्रदेश के विकास हेतु भारी भरकम राशि में भी हिस्सेदारी न जताने लगें.