अफसरनामा ब्यूरो
दिल्ली : उत्तर प्रदेश के लोकसभा उपचुनावों में मिली सफलता के बाद भाजपा विरोधी दल अब केंद्र की मोदी सरकार को घेरने की तैयारी में हैं, और इसके लिए विपक्ष अब सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव की तैयारी कर रहा है. वाईएसआर कांग्रेस ने सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव का नोटिस दिया है. वाईएसआर कांग्रेस के छह सांसदों की तरफ से वाईवी सुब्बा रेड्डी ने लोकसभा में सरकार के खिलाफ अविश्वास का नोटिस दिया है लेकिन अभी तक यह साफ नहीं है कि वाईएसआर इस प्रस्ताव के समर्थन में पचास सांसदों का समर्थन जुटा पाती है या नहीं. इसके अलावा लोकसभा में सबसे बड़ी विपक्षी पार्टी कांग्रेस ने अपना रुख साफ नहीं किया है, वह शुक्रवार सुबह तक कुछ निर्णय ले सकती है.
इस बीच, आंध्र प्रदेश को विशेष पैकेज नहीं मिलने से नाराज चल रही टीडीपी ने भी इस मुद्दे पर फैसला करने के लिए शुक्रवार को पोलित ब्यूरो की बैठक बुलाई है. वाईएसआर कांग्रेस ने आंध्र प्रदेश से जुड़े मुद्दे पर अविस्वास प्रस्ताव का नोटिस दिया है, ऐसे में टीडीपी पर इस प्रस्ताव का समर्थन करने का काफी दबाव है. लेकिन प्रस्ताव का समर्थन करने से पहले टीडीपी को एनडीए से अलग होने का ऐलान करना पड़ेगा, क्योंकि अभी तक टीडीपी ने सिर्फ केंद्रीय मंत्रिमंडल से अपने मंत्री हटाए हैं, पर उसने एनडीए से अलग होने का औपचारिक तौर पर कोई ऐलान नहीं किया है.