अफसरनामा ब्यूरो
दिल्ली : एससी/एसटी एक्ट को लेकर पूरे देश में हो रही हिंसा पर आरएसएस के सह सर कार्यवाह भैया जी जोशी ने बदनाम करने की साजिश करार दिया है. आरएसएस के सह सरकार्यवाह भैयाजी जोशी ने कहा कि एससीएसटी एक्ट पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के खिलाफ हो रही हिंसा निदंनीय है. कोर्ट के फैसले की आड़ में आरएसएस के बारे में दुष्प्रचार करने का प्रयास किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि कोर्ट के फैसले से आरएसएस का कोई संबंध नहीं है.
एससी-एसटी एक्ट को लेकर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के खिलाफ दलित संगठनों द्वारा सोमवार को आहूत भारत बंद के दौरान पूरे देश में व्यापक हिंसा और आगजनी हुई, जिसमें आधा दर्जन से ज्यादा लोगों की मौत हो गई. दलित संगठन आरएसएस और बीजेपी पर दलित हितों की उपेक्षा करने का आरोप लगा रहे हैं. आरएसएस के सह सरकार्यवाह भैयाजी जोशी ने हिंसा की निंदा करते हुए आरोपों को आधारहीन बताया है. उन्होंने कहा कि आरएसएस जाति के आधार पर किसी भी भेदभाव अथवा अत्याचार का सदा से विरोध करता है. इस प्रकार के अत्याचारों को रोकने के लिए बनाये गये कानूनों का कठोरता से परिपालन होना चाहिए.
सह सरकार्यवाह ने सुप्रीम कोर्ट के फैसले से असहमत केंद्र सरकार द्वारा दायर की गई पुनर्विचार याचिका को सर्वथा उचित बताया है. भैयाजी जोशी ने समाज के प्रबुद्ध लोगों से परस्पर सौहार्द्र बनाये रखने में अपना योगदान देने की अपील की है. उन्होंने कहा कि दलित समाज परस्पर प्रेम एवं विश्वास बनाये रखते हुए किसी भी प्रकार के दुष्प्रचार का शिकार ना हों. उल्लेखनीय है कि बीएसपी संप्रीमों मायावती और कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने दलित उत्पीड़न के लिए आरएसएस और बीजेपी को जिम्मेदार ठहराया है.