#फिसड्डी नगर विकास विभाग लगा रहा भाजपा के सपनों को पलीता.
#पैखाने से लेकर स्मार्ट सिटी, स्वच्छता अभियान सब कमीशनखोरी के शिकार.
अफसरनामा ब्यूरो
लखनऊ : उत्तर प्रदेश के सबसे बदनाम विभागों में से एक नगर विकास पर अबकी भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ विधायक और पूर्व मंत्री ने हमला बोला है. नगर विकास विभाग में कमीशनखोरी, अनियमितता और आला अफसर मनोज कुमार की बेअंदाजी के चलते जनता के निशाने पर रही योगी सरकार को शर्मसार किया है. वरिष्ठ विधायक जगन प्रसाद गर्ग ने बाकायदा नगर निगमों की एक रेट लिस्ट निकाल कर कमीशनखोरी को उजागर किया है. उनके मुताबिक देश व प्रदेश के किसी विभाग से ज्यादा कमीशन नगर विकास विभाग में खाया जा रहा है और योगी का इस पर कोई नियंत्रण नही रह गया है. नगर विकास मंत्री सुरेश खन्ना न केवल पार्टी के वरिष्ठ नेता व विधायक हैं बल्कि संघ के जीवनव्रती कार्यकर्त्ता हैं.
नगर विकास विभाग में उपर से नीचे तक चल रहे भ्रष्टाचार से जनता गुस्से से उबल रही है. अफसरनामा इस मुद्दे को उठाता रहा है और अब खुद पार्टी के कई बड़े नेताओं विधायकों व कार्यकर्त्ताओं नें इसकी शिकायत की है. नगर विकास विभाग की मनमानी का आलम यह है कि देश के सबसे गंदे शहर और दुनिया के सबसे प्रदूषित शहर का तमगा दिलाने वाले कानपुर के नगर आयुक्त अविनाश सिंह को वह इलाहाबाद का नगर आयुक्त बना देता है. लखनऊ जैसे बड़े शहर में पहले तो अखिलेश यादव की आंखों का तारा रहे उदयराज सिंह को साल भर तक नगर आयुक्त बनाए रखा फिर उन्हें हटाकर मलाईदार जगह पर भेजा राजधानी में किसी को तैनात करना भूल गयी.
नगर विकास विभाग के सर्वेसर्वा मनोज कुमार का आलम यह है प्रापर्टी का धंधा करने वाले के शौचालय का काम सौंप देते हैं और सरकारी दफतरों को एनजीओ माफियों के हवाले कर देते हैं.
आगरा के विधायक जगन प्रसाद गर्ग ने बेजार होकर अपने लेटर पैड पर नगर निगमों में व्याप्त खमीशन खोरी का खुलासा करते हुए कहा है कि शहरों के बूते राजनीति चमकाने वाली भाजपा के लिए यह स्थिति सुखद नही है.