#सोमवार की देर रात डीजीपी बुलाये गए सीएम आवास, CM के आदेश पर हुआ निलंबन.
#यमुना प्रसाद संभल के तो देवरंजन वर्मा प्रतापगढ़ के बनाये गए एसपी.
अफसरनामा ब्यूरो
लखनऊ : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कानून व्यवस्था को लेकर अभी तक की सबसे बड़ी कार्यवाही करते हुए सोमवार को लापरवाही बरतने के आरोप में संभल और प्रतापगढ़ जिलों के कप्तानो को निलंबित कर दिया है. मुख्यमंत्री ने देर रात सूबे के पुलिस मुखिया को अपने सरकारी आवास पांच कालिदास मार्ग बुलाया और कार्यवाही करने को कहा. योगी ने जनपद संभल तथा प्रतापगढ़ में क्रमशः मेघा पत्नी पप्पू यादव तथा प्रतिमा यादव पत्नी सुधाकर यादव की हुई मृत्यु तथा स्थानीय पुलिस द्वारा कार्यवाही में शिथिलता बरते जाने को गंभीरता से लिया है और इसकी सीधी जिम्मेदारी जिले के कप्तानों पर डालते हुए यह कार्यवाही की है.
संभल में तैनात पुलिस अधीक्षक राधे मोहन भारद्वाज और प्रतापगढ़ के पुलिस अधीक्षक संतोष कुमार सिंह को तत्काल प्रभाव से निलंबित करते हुए विभागीय कार्यवाही के आदेश दिए हैं. और इनकी जगह पर यमुना प्रसाद को संभल तथा देव रंजन वर्मा को पुलिस अधीक्षक प्रतापगढ़ बनाया गया है.
मुख्यमंत्री के इस कदम से अफसरशाही में चर्चाओं का बाजार गर्म है. मुख्यमंत्री बनने के बाद योगी आदित्यनाथ का यह पहला कदम है कि जब दो आईपीएस अधिकारियों को कानून व्यवस्था को लेकर एक साथ निलंबित किया गया है. इसके पहले लापरवाही बरतने के आरोप में गोंडा के जिलाधिकारी रहे जेबी सिंह को सस्पेंड किया गया था.
सूत्रों की मानें तो आने वाले समय में कुछ और लापरवाह कप्तानों व जिलाधिकारियों पर गाज गिर सकती है. फिलहाल करीब आधा दर्जन जिलों में तैनात जिम्मेदार अफसर मुख्यमंत्री के निशाने पर हैं. मुख्यमंत्री के निशाने पर आईपीएस, पीपीएस, आईएएस और पीसीएस अफसर हैं. और संभावना पूरी है कि आने वाले कुछ ही दिनों में कुछ और पर बड़ी गाज गिर सकती है.