#जालौन में बिजली काटने गए अधिकारियों-कर्मचारियों की पिटाई, बंधक बना जान से मारने की दी धमकी.
#पुलिस पर दोषियों पर केस दर्ज करने के बजाय, अभियंता के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज किये जाने का आरोप.
#स्थानीय भाजपा विधायक पर अपने समर्थकों द्वारा थाने का घेराव किये जाने का आरोप.
#आखिर सरकार कब करेगी इनकी सुरक्षा का पुख्ता इंतजाम, क्यूँ है विभाग मौन ?
अफसरनामा ब्यूरो
लखनऊ : पुलिस थाने में उरई सदर से सत्ताधारी दल के विधायक द्वारा खुलेआम बाहर निकलते ही देख लेने की धमकी एवं अपराधियों के द्वारा शर्मनाक इकबालिया कि हां हमने नंगा करके मारा है अत्यंत शर्मनाक स्थिति कानून व्यवस्था उत्तर प्रदेश की दर्शाता है. जालौन में अवैध बिजली काटने गए विद्युत एसडीओ इंजीनियर नवीन सिंह पर दबंग नेता ने किया जानलेवा हमला. हमलावरों के समर्थन में उरई के बीजेपी विधायक ने लगभग 2500 समर्थकों संग थाने का किया घेराव और खुलेआम बाहर देखने की दी धमकी. इस पूरे घटनाक्रम से आहत शाखा सचिव, उ.प्र.रा.वि.प.अभियंता संघ A.E.(REVENUE) @ Jhansi U.P.POWER CORPORATION Ltd. ने ट्वीट किया कि Please help and save up from these gundas…….
ऐसे में सवाल यह उठता है कि घाटे में चल रहे विद्युत् निगम को पटरी पर लाने की कोशिश कर रहे वरिष्ठ अधिकारी जमीन पर रोज इस तरह की घटनाओं से रूबरू हो रहे अधिकारियों एवं कर्मचारियों की सुध कब लेगा, अब उनको सुरक्षा मुहैया कराई जायेगी. जबकि अभी के विधानसभा के अनुपूरक बजट सत्र में एक सवाल के जवाब में खुद मंत्री श्रीकांत शर्मा ने इस तरह की घटनाओं को रोकने और सुरक्षा के लिए पुलिस उपलब्ध कराए जाने की बात कही थी.
जब रक्षक ही भक्षक बन जाएँ यानी जिनके उपर नियम कानून बनाने की जिम्मेदारी हो यदि वही कानून को अपने हाथों में लेने लगें तो अंजाम भी कुछ इसी तरह होगा जैसा जालौन में देखने को मिला. झांसी के जालौन में, जहां प्रमुख सचिव ऊर्जा द्वारा राजस्व वसूली और बिजली चोरी के रोकथाम के लिए जारी निर्देश के अनुपालन के लिए गए अधिकारियों और कर्मचारियों को बंधक बना जान से मारने की कोशिश की गयी और कर्मचारियों से मारपीट के दोषी को बचाने में खुद उरई के सत्ताधारी विधायक मोर्चा संभाल लिए.
घाटे में चल रहे उत्तर प्रदेश विद्युत् निगम को पटरी पर लाने के लिए प्रमुख सचिव उर्जा आलोक कुमार द्वारा अपने अधिकारियों व कर्मचारियों को बिजली की चोरी के रोकथाम और बकाया वसूली के सख्त निर्देश जारी किये गए हैं. इसी के अनुपालन में मंगलवार को उपखंड अधिकारी उरई द्वारा शाम को 3.30 पर अपने एनी सहयोगियों को साथ लेकर चेकिंग के लिए निकले. एलआईसी कार्यालय मोहल्ला नया भवानी राम जालौन के पास राजेश शुक्ला पुत्र राम किशोर शुक्ला के परिसर के निरिक्षण में पोल से एक अतिरिक्त केबल द्वारा अवैध रूप से बिजली का कनेक्शन जोड़ा गया था. जिसको लाईनमैन द्वारा इंजीनियर द्वारा विच्छेदित कराया जा रहा था.
इसी बीच राजेश शुक्ला, रामराजा निरंजन और मन्ना अपने समर्थकों के साथ आए और इंजीनियर व लाईनमैन को जातिसूचक शब्दों का प्रयोग करते हुए गाली गलौज करने लगे. जिसका विरोध किये जाने पर शुक्ला व उनके समर्थकों द्वारा मारपीट किया और इन सबको जबरन गाड़ी में खींचकर एकांत में ले गए. इसके बाद जब कर्मचारी किसी तरह मुश्किल से जान बचाकर अपने कार्यालय में आया तो वे लोग पीछा करते हुए आए और वहां पर भी जान से मारने की पुनः प्रयास किया. उसी दौरान कुछ पुलिसकर्मी पहुंचे जिन्होंने इन सबको अपने वाहन से कोतवाली जालौन ले गये.
उक्त घटनाक्रम की लिखित शिकायत प्रभारी निरीक्षक थाना कोतवाली जालौन को गौरव कुमार अवर अभियंता जालौन, नरेंद्र निवास टीजी- सेकंड जालौन, नवीन सिंह उपखंड अधिकारी जालौन, किशनलाल संविदा कर्मी, रमाकांत संविदा कर्मी, दीपक कुमार संविदा कर्मी के द्वारा संयुक्त रूप से दी गयी. लेकिन पुलिस द्वारा दोषियों के खिलाफ केस दर्ज करने के बजाय उल्टा अभियंता के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज किये जाने का आरोप लगाया जा रहा है. इस बाबत अधिक जानकारी के लिए कोशिश की गयी लेकिन इनमें से किसी से बात नहीं की जा सकी.