#मेडिकल लीव के बहाने क्या गुल खिला रहा है यूएस गुप्ता.
#यूपी से लेकर हरियाणा तक की दौड़ के क्या हैं मायने.
#कब बेनकाब होंगे यूएस गुप्ता के विभागीय मददगार.
अफसरनामा ब्यूरो
लखनऊ : सरकारी पैसों, माल की सरेआम डकैती डालने वाला जवाहरपुर बिजलीघर का महाप्रबंधक रहा यूएस गुप्ता इन दिनों मेडिकल लीव लेकर जेलयात्रा से बचने का ईलाज खोज रहा है. सरियाचोरी और बिजलीघर के लिए दिए गए सरकारी अमानत में खयानत का आरोपी यूएस गुप्ता मेडिकल लीव लेकर प्रदेश के कई हिस्सों से लेकर हरियाणा तक की दौड़ लगा अपनी खाल बचाने में जुटा है. जबकि पुलिस व प्रशासन की जांच में यह खुल गया है कि सरकारी माल पर डाका डालने का मुख्य गुनाहगार यूएस गुप्ता है तो यह जालसाज इंजीनियर अपने बचाने के सारे रास्ते तलाश रहा है. सरिया चोरी के सरगना के रूप में सामने आये जवाहरपुर के पूर्व परियोजना प्रबंधक को लेकर अब यह नया सवाल विभाग में चर्चा का विषय बना हुआ है.
सरकारी माल की खुले आम लूट करवाने वाले जवाहर तापीय परियोजना के महाप्रबंधक यूएस गुप्ता को बचाने में जुटे अफसरों को सबक देते हुए प्रबंध निदेशक सैंथिल पांडियन ने यूएस गुप्ता को शंट करते हुए पारीछा भेज दिया था और जेई सुरेंद्र के साथ मिलकर परियोजना के माल पर खुले आम डाका डालने वाले जीएम को उसके आका भी उसको नहीं बचा पाए थे. लेकिन ताजा जानकारी के मुताबिक़ यूएस गुप्ता को पारीछा रास नहीं आ रहा है और वह मेडिकल लीव लेकर गुडगाँव, दिल्ली और लखनऊ के चक्कर लगा रहा है.
सरिया चोरी के गुनाहगार यूएस गुप्ता प्रबंध निदेशक के दबाव के चलते परीक्षा तो अटैच कर दिए गए लेकिन वहां जाना उनको रास नहीं आया है और वह वहां से फिलहाल मेडिकल लीव पर चल रहे हैं. पारीछा के मुख्य परियोजना प्रबंधक ज्ञानप्रकाश वर्मा ने बताया की यूएस गुप्ता पहले 10 दिन की मेडिकल लीव लिए थे जिसको अब उन्होंने बढ़ा दिया है. श्री वर्मा द्वारा इस बात की जानकारी मुख्यालय को भेज दी गई है. सूत्रों की मानें तो यूएस गुप्ता लखनऊ सहित अन्य जगहों पर अपने चहेतों के पास गणेश परिक्रमा करने में लगे हैं. पिछले दिनों उनके गुड़गांव में भी होने की पुख्ता जानकारी मिली है.
जवाहरपुर परियोजना की सरिया चोरी प्रकरण में एटा का जिला और पुलिस प्रशासन एक अंतर्राज्यीय गिरोह के शामिल होने की बात करता रहा है. प्रशासन ने अपनी रिपोर्ट में इसके अलावा इस खेल में विभाग के भी 4 अफसरों के शामिल होने की बात कही है. इसके अलावा जिला और पुलिस प्रशासन का मानना है कि सरिया चोरी के इस पूरे खेल में शामिल अंतर्राज्यीय गिरोह का नेटवर्क उत्तर प्रदेश से लेकर दिल्ली और हरियाणा तक फैला हुआ है. ऐसे में यूएस गुप्ता द्वारा मेडिकल लीव के बहाने यूपी से लेकर हरियाणा तक की दौड़ किसी न किसी तरफ इशारा जरूर करती है. सवाल यह भी खड़े करती है कि स्वास्थ्य की आड़ में अब कौन सा नया गुल खिलाने की फिराक में हैं यूएस गुप्ता.
बताते चलें कि “अफसरनामा” ने लूट की घटना के अंदर के तथ्यों को सामने लाते हुए जीएम यूएस गुप्ता व जेई सुरेन्द्र कुमार के संबंधों को उजागर किया था. इसके अलावा “अफसरनामा” ने GM, US Gupta को हरदुआगंज में जबरदस्ती दिए गए प्रभार का मुद्दा भी उठाया था, जोकि नियम विपरीत भी था. इसको संज्ञान में लेते हुए विभाग द्वारा 15 सितम्बर 2018 को GM, US Gupta से हरदुआगंज का चार्ज ले लिया था लेकिन उनको जवाहरपुर से हटाने में 2 दिन लगे थे. दबाव के बाद गुप्ता को जवाहरपुर से हटा तो दिया गया लेकिन उनकी तैनाती मुख्यालय पर कर एक यूनिट का प्रभारी बना दिया जिम्मेदारों ने ताकि वह अपने बचाव का रास्ता ढूँढ सके. अफसरनामा ने जब इस बात को फिर से उठाया तो वर्तमान एमडी सैंथिल पांडियन ने संज्ञान लेते हुए गुप्ता को पारीछा भेज दिया.
लेकिन उत्पादन निगम के कर्णधार अभी भी अफसरनामा के इस सवाल का जवाब नहीं दे सके हैं कि यूएस गुप्ता को बचाने और उसको अटैच करने के बजाय तबादला कर मुख्यालय पर तैनाती देने वालों पर क्या कार्यवाही की गयी. “अफसरनामा” द्वारा इस मुद्दे को उठाये जाने के बाद और पूरे प्रकरण में मुख्यमंत्री सचिवालय की सख्ती के बाद हुई इस कार्यवाही से विभाग के जिम्मेदारानों की कार्यशैली पर भी सवाल खडा किया था कि आखिर वह क्या कर रहे थे. सबसे आश्चर्य तो इस बात को लेकर है कि जाने किस मजबूरी के तहत इतने बड़े प्रकरण पर विभाग के बडबोले मंत्री श्रीकांत शर्मा के मुहं से कुछ नहीं निकला . इस पूरे प्रकरण पर अपनी ईमानदार छवि वाले चेयरमैन अलोक कुमार की क्या मजबूरी है जोकि वह भी पूरे प्रकरण पर मौन साधे हुए हैं.
जवाहरपुर के परियोजना प्रबंधक रहे यूएस गुप्ता के कारनामों व अन्य जानकारी के लिए क्लिक करें :—-
जवाहरपुर परियोजना को लेकर एमडी पांडियन ने दिखाए कड़े तेवर, यूएस गुप्ता को किया शंट
जवाहरपुर परियोजना को लेकर एमडी पांडियन ने दिखाए कड़े तेवर, यूएस गुप्ता को किया शंट
जिला प्रशासन चुस्त तो उर्जा विभाग सुस्त, जवाहरपुर परियोजना की सरिया चोरी का मामला
जिला प्रशासन चुस्त तो उर्जा विभाग सुस्त, जवाहरपुर परियोजना की सरिया चोरी का मामला
जवाहर बिजली गिरी जीएम यूएस गुप्ता पर, हटाए गए
एटा की जवाहर परियोजना की सरिया चोरी में जीएम गुप्ता और जेई सुरेंद्र की मिली भगत की बात आ रही सामने
एटा की जवाहर परियोजना की सरिया चोरी में जीएम गुप्ता और जेई सुरेंद्र की मिली भगत की बात आ रही सामने
कोयले से भी काली हैं जीएम यूएस गुप्ता और जेई सुरेंद्र की कारस्तानियां
कोयले से भी काली हैं जीएम यूएस गुप्ता और जेई सुरेंद्र की कारस्तानियां