दिल्ली : वर्तमान राजनीतिक परिदृश्य को देखते हुए सियासी गलियारों में यह बात चर्चा का विषय बनी हुई है कि क्या 1977 का इतिहास दोहराया जाएगा? सियासी भ्रम के साथ, राजनीतिक पर्यवेक्षकों का कहना है कि देश में 1977 का इतिहास दोहराया जा सकता है. मतलब कि आने वाले समय में एक गठबंधन सरकार और दो साल के भीतर उसका पतन.