नई दिल्ली| दिवंगत विशेष सीबीआई न्यायाधीश बी एच लोया के पुत्र अनुज लोया ने आंखों में आंसू लिये संवाददाता सम्मेलन में गैर सरकारी संगठनों और नेताओं से उनके पिता की मृत्यु को लेकर उनके परिवार को ‘परेशान करना’ बंद करने की अपील की. इसके अलावा अनुज ने कहा पिता की मृत्यु को लेकर कोई संदेह नहीं है, पहले था, लेकिन यह दूर हो चुका है.
मेरे पिता की स्वभाविक मृत्यु हुई, हमारे परिवार को पूरा यकीन है कि यह स्वभाविक मृत्यु थी. मेरे परिवार को किसी के खिलाफ कोई शिकायत नहीं है. अनुज ने कहा, पहले मेरे दादा और बुआ को उनकी मृत्यु को लेकर मन में कुछ संदेह था जो उन्होंने साझा किया. लेकिन अब उनमें से किसी को भी कोई संदेह नहीं है. अनुज ने कहा, हम पर नेताओं और गैरसरकारी संगठनों का कुछ दबाव आया. हम किसी का नाम नहीं लेना चाहते हैं लेकिन कृपया अब मेरे पिता की मृत्यु के बारे में सवाल करने से हमारे परिवार को बख्श दीजिए.
अनुज का कहना है कि मैं भावनात्मक उथल-पुथल के गिरफ्त में था इसलिए मेरे मन में उनकी मृत्यु को लेकर संदेह था. लेकिन, अब मेरे मन में उनकी मौत के तरीके को लेकर कोई संदेह नहीं है. लोया उस दौरान 2005 में कथित फर्जी मुठभेड़ में गैंगस्टर सोहराबुद्दीन शेख, उसकी पत्नी कौसर बी और उसके सहयोगी तुलसी प्रजापति के मारे जाने से जुड़े मामले की सुनवाई कर रहे थे. जज लोया की एक दिसंबर, 2014 को कथित रूप से दिल का दौरा पड़ने से मृत्यु हो गई थी जहां वह अपने एक सहयोगी की बेटी के विवाह में पहुंचे थे.