# अच्छी प्रशासनिक छवि वाले पीके महान्ति बने सहकारी समिति आयोग के मुख्य निर्वाचन आयुक्त.
#दीन दयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय के कुलपति रहे महान्ति 31 जनवरी को हुए थे रिटायर.
अफसरनामा ब्यूरो
लखनऊ : उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने एक और रिटायर्ड आईएएस अफसर को बड़ी जिम्मेदारी सौंपी है. उत्तराखंड के सेवानिवृत्त आईएएस अधिकारी राजीव गुप्ता को गो सेवा आयोग, यूपी के रिटायर्ड आईपीएस अफसर शैलजाकांत मिश्रा को मथुरा वृज विकास बोर्ड (मथुरा वृन्दावन), सीबी पालीवाल को अधीनस्थ चयन सेवा आयोग, मनोज कुमार सिंह को राज्य निर्वाचन आयुक्त बनाने के बाद अब पीके महान्ति को सहकारी समिति आयोग का मुख्य निर्वाचन आयुक्त बनाया गया है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के पसंदीदा आईएएस अफसरों में शुमार रहे 1985 बैच के श्री महान्ति विगत 31 जनवरी को सेवानिवृत्त हुए. श्री महान्ति कानपुर के मंडलायुक्त के साथ ही प्रदेश के श्रमायुक्त और उत्तर प्रदेश वित्त निगम के प्रबंध निदेशक भी थे.
अभी तक इस पद पर रिटायर्ड आईएएस अधिकारी गंगादीन यादव नियुक्त थे. श्री गंगादीन को पिछली सरकार में इस पद पर शिवपाल यादव ने नियुक्त किया था. श्री यादव के सेवानिवृत्त होने के बाद से यह पद खाली था. 1985 बैच के आईएएस अधिकारी महान्ति कई ख़ास पदों के अलावा गोरखपुर के मंडलायुक्त व् दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्व विद्यालय के कुलपति भी रह चुके हैं और एक बेहतर प्रशासक के तौर पर जाने जाते हैं. महान्ति लम्बे समय तक केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर भी रहे.
प्रदेश में बसपा सरकार के दौरान योगी के भाजपा सांसद होने के बावजूद महान्ति का उनसे बेहतर तालमेल रहा था. श्री महान्ति के सेवानिवृत्त होने के बाद से ही उनके किसी ख़ास जगह जाने के कयास लगाए जा रहे थे. गुरूवार को सहकारिता मंत्री ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सहकारी समिति निर्वाचन आयोग के मुख्य निर्वाचन आयुक्त के पद पर महान्ति के नियुक्ति के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है.