लखनऊ : अयोध्या के सामूहिक दुष्कर्म की पीड़िता का जानकारी के मुताबिक मंगलवार को केजीएमयू के क्वीन मेरी अस्पताल में डॉक्टरों की टीम ने कराया गर्भपात. डीएनए जांच के लिए भ्रूण सैंपल भी दिया गया. अब डीएनए रिपोर्ट से होगी दोषियों की पहचान. बताते चलें कि सर्वोच्च न्यायलय के आदेश के अनुसार 24 सप्ताह तक के समय में गर्भपात संभव. गर्भपात के बाद पीडिता की हालत सामान्य, जल्द अस्पताल से छुट्टी मिलने की उम्मीद. बाल कल्याण समिति के समक्ष प्रस्तुत शैक्षणिक अभिलेखों के अनुसार पीडिता की उम्र करीब साढ़े चौदह साल.