#प्रधानमन्त्री मोदी ने की समिट की शुरुआत, तमाम देशों के राजनयिक व केंद्रीय मंत्रियों ने की शिरकत
# उद्योगपतियों में अम्बानी, अडानी, बिडला,महिंद्रा ग्रुप व एस्सेल ग्रुप आदि के चेयरमैन रहे शामिल
अफसरनामा ब्यूरो
लखनऊ : उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने प्रदेश के विकास के लिए एक महत्वपूर्ण कदम बढाते हुए यूपी इनवेस्टर्स समिट-2018 का एक मेगा शुभारम्भ किया. इस समिट की शुरुआत प्रधानमन्त्री मोदी ने किया तो इसमें अम्बानी,अडानी,कुमार मंगलम,महिंद्रा सहित अन्य कई उद्यमियों ने भाग लिया. इसके अलावा समिट में केंद्रीय कैबिनेट के अलावा राज्य कैबिनेट के मंत्री व दूसरे देशों के राजनयिकों ने भाग लिया. समिट का शुभारंभ करने के बाद पीएम नरेंद्र मोदी ने अपने सम्बोधन में प्रदेश में बदले हालात को लेकर खुशी जाहिर की. उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में हालात क्या थे यह हर किसी को मालूम है. उन्होंने कहा कि भय के माहौल में कोई रोजगार कैसे मुमकिन है. पीएम नरेंद्र मोदी ने प्रदेश के हताशा और निराशा के माहौल से निकालने के लिए सीएम योगी आदित्यनाथ की सराहना भी की. प्रदेश की राजधानी लखनऊ के इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में नरेंद्र मोदी ने कहा कि इस प्रदेश में संसाधनों की कमी नहीं है. बस जरूरत है तो वैल्यू एडिशन की. उन्होंने कहा कि इसके जरिए इस प्रदेश को देश का ग्रोथ इंजन बनाया जा सकता है. उन्होंने कहा कि अब तो इस प्रदेश को डबल इंजन की पॉवर मिल चुकी है.
पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि बजट में देश के दो डिफेंस इंडस्ट्रियल कॉरिडोर बनाए जाने प्रस्ताव किया है. इसमें से एक डिफेंस इंडस्ट्रियल कोरिडोर उत्तर प्रदेश में होगा. उन्होंने कहा कि इससे 2.5 लाख लोगों को रोजगार मिलेगा. पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि प्रदेश में रोजगार सृजन को लेकर नीतियां बनाई जा रही हैं. इसमें वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रोडक्ट एक ऐसी ही योजना है. उन्होंने कहा कि प्रदेश में उद्योगपतियों के लिए रेड टेप नहीं, रेड कारपेट बिछाया जा रहा है. पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि उस माहौल से अब यूपी निकल चुका है, यूपी में बदलाव दिख रहा है. यहां अब वो नींव तैयार हो चुकी है, जिसपर न्यू उत्तर प्रदेश की दीवार तैयार होगी. उन्होंने कहा कि हमारे यहां पर कोस-कोस पर बदले पानी, चार कोस पर वाणी की कहावत है. उन्होंने कहा कि यहां पर मलीहाबाद के आम फेमस है, मुरादाबाद के पीतल के बर्तन, फिरोजाबाद का कांच चमक दिखाता है, आगरा का पेठा है तो कन्नौज का इत्र भी है. यहां सुबह बनारस तो शाम की अवध है, यहां की राम की लीला है तो कृष्ण की रास भी है, मोदी ने कहा कि यहां IIT कानपुर है बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी भी है. उन्होंने कहा कि देश के विकास में यूपी का आगे बढ़ना जरूरी है.पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि सिंगल विंडो सिस्टम तैयार किया गया है, इससे अब उद्यमियों को एक ही आवेदन पर परमिशन मिल जाया करेगी. उन्हें तमाम दफ्तरों में दौड़ने एप्लीकेशन लगाने की जरूरत नहीं पड़ेगी. यूपी में उद्योगपतियों को नियत समय में ऑनलाइन कारोबार शुरू करने की परमिशन मिलेगी. पीएम मोदी ने कहा कि उत्तर प्रदेश में सुपर परफार्मेंस देने के लिए योगी सरकार तैयार हैं और यहां के लोग भी. उन्होंने कहा कि देश के लिहाज से बात की जाए तो यूपी में स्मार्ट सिटी को लेकर सबसे अधिक स्कोप है.
पीएम मोदी ने महाराष्ट्र में आयोजित इनवेस्टर्स समिट का जिक्र करते हुए कहा कि वे वहां गए और वहां की सरकार ने राज्य के रोजगार को बिलियन डॉलर में तब्दील करने का लक्ष्य रखा है. क्या यूपी महाराष्ट्र से पहले यह टारगेट पा लेगा, यह देखना होगा. पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि यूपी में करीब 50 लाख एमएसएमई सेक्टर हैं और इससे वह दुनिया में पहचाना जाता है. उन्होंने कहा कि वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रोडक्ट योजना से रोजगार पैदा होंगे. इसे केंद्र सरकार भी मुद्रा लोन के जरिए मदद देगी. पीएम मोदी ने उत्तर प्रदेश में आलू उत्पादन को देखते हुए चिप्स इंडस्ट्री से हजार करोड़ रुपये के रोजगार पैदा होने की उम्मीद जाहिर की. उन्होंने कहा कि दशहरी आम भी यहां का प्रसिद्ध है और इसे इंडस्ट्री से यदि जोड़ा जाए तो काफी फायदेमंद साबित होगा. बायो फ्यूल को लेकर भी उन्होंने प्रदेश में संभावनाएं व्यक्त की. पीएम ने कहा कि केंद्रीय बजट में प्रस्तावित देश में बनने वाले दो डिफेंस इंडस्ट्रियल कॉरिडोर में से एक यूपी में प्रस्तावित है. साथ ही यूपी में जेवर और कुशीनगर में इंटरनेशनल एयरपोर्ट का निर्माण चल रहा है. उड़ान योजना के तहत 11 एयरपोर्ट बनाए जाने की भी बात कही. उन्होंने कहा कि आगरा, चित्रकूट, झांसी, आजमगढ़ जैसे शहर इसमें शामिल हैं. पीएम मोदी ने कहा कि उनका सपना है कि हवाई चप्पल पहनने वाला हवाई जहाज में चलेगा तो यह जल्द पूरा होगा.
एयर ट्रांसपोर्ट के साथ ही रेल नेटवर्क को लेकर भी उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में सबसे बड़ा रेलवे नेटवर्क है और इसे दिल्ली व मुंबई से जोड़कर यातायात के साधन तैयार किए जाएंगे. उन्होंने कहा कि इससे कारोबार के साथ ही टूरिज्म भी बढ़ेगा और लोगों को रोजगार के मौके मिलेंगे. देशी और विदेश पर्यटकों के मामले में यूपी को नंबर एक बताते हुए पीएम मोदी ने कहा कि यूनेस्को की ओर से महाकुंभ को मान्यता दिए जाने के बाद प्रयाग में महाकुंभ अगले साल होना है और इसे यादगार बनाने की भी तैयारी है. यूपी इनवेस्टर्स समिट में देश के बड़े उद्योगपति घरानों के अलावा फिनलैंड, चेक गणराज्य, थाईलैंड, जापान, मॉरीशस और स्लोवाकिया जैसे देश साझीदार के तौर पर शामिल हैं. गुरूवार को समिट के समापन मौके पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद इसमें हिस्सा लेंगे. पीएम नरेंद्र मोदी के बाद सीएम योगी आदित्यनाथ ने समिट के दौरान होने वाले सभी एमओयू की निगरानी खुद करने का वादा किया. उन्होंने कहा कि यह कार्यक्रम उत्तर प्रदेश को बीमारू राज्य से निकालने में मददगार होगा. उन्होंने कहा कि प्रदेश में नेशनल इनवेस्टमेंट क्लस्टर जोन को तैयार करने की योजना बनाई गई है और इस पर काम किया जाएगा.
उद्यमियों ने की उत्तर प्रदेश में निवेश की घोषणा और सूबे के विकास का किया वादा
समारोह में रिलायंस ग्रुप के चेयरमैन मुकेश अम्बानी ने जियो को गाँव-गाँव तक पहुचाने और इसके लिए प्रदेश में 10 हजार करोड़ के निवेश की बात कही, उन्होंने कहा कि जियो यूपी में अगले 3 साल में 10 हजार करोड़ का इन्वेस्टमेंट करेगी. मुकेश के बाद समिट में अपनी बात रखते हुए अडानी ग्रुप के चेयर मैन गौतम अडानी ने उत्तर प्रदेश में 35000 करोड़ के निवेश करने की बात कही तो एस्सेल ग्रुप के सौरभ चंद्रा ने 18,750 करोड़ रुपये और बिड़ला ग्रुप के कुमार मंगलम बिड़ला ने 25000 करोड़ रुपए का निवेश करने और प्रदेश के विकास में साथ चलने की बात दोहराई. महिंद्रा एंड महिंद्रा ग्रुप के चेयरमैन आनंद महिंद्रा ने वाराणसी में 200 करोड़ से क्लब महिंद्रा प्रॉपर्टी विकसित करने की घोषणा की. उन्होंने कहा कि हम यूपी में इलेक्ट्रिक व्हीकल के उत्पादन का प्लांट लगाएंगे. आनंद महिंद्रा ने कहा कि भले ही उनका जीवन महाराष्ट्र में बीता हो लेकिन यूपी से उनका गहरा नाता रहा है. उनकी मां इलाहाबाद की रहने वाली थीं और उनकी शिक्षा लखनऊ में हुई. अपनी मेहनत से वह लखनऊ के आईटी कॉलेज में इतिहास की प्रोफेसर बनीं इसलिए आज इस समिट में बोलते हुए मुझे यह महसूस हो रहा है, जैसे मैं अपने घर लौट आया हूं. टाटा संस के चेयरमैन एन. चंद्रशेखरन ने कहा कि हम यूपी में 30 हजार क्षमता का सेंटर विकसित करेंगे. हम वाराणसी में आईटी सेंटर विकसित करेंगे। बड़ी चर्चा थी कि हम लखनऊ छोड़ रहे हैं. लेकिन मैं बताना चाहूंगा कि लखनऊ में टीसीएस का सेंटर बना रहेगा और इसे और मजबूत बनाएंगे. इस तरह करीब 4.28 लाख करोड़ रुपये निवेश की घोषणा हुई. समिट में देश विदेश से करीब 5 हजार उद्योग पतियों के शामिल होने की संभावना है.
यूपी इन्वेस्टर्स समिट से एक दिन पहले योगी सरकार ने अपनी कैबिनेट में निवेश करने वालों को वेयरहाउसिंग व लॉजिस्टिक हब में निवेश पर उद्यमियों को नई औद्योगिक नीति के अनुसार जमीन खरीदने पर स्टांप ड्यूटी में छूट, ऋण लेने पर कैपिटल इंट्रेस्ट की सब्सिडी जैसी तमाम सुविधाएं दिए जाने का और लॉजिस्टिक्स पार्क बनाने पर गुजरात की तरह प्रोत्साहन देने का फैसला लिया.