#बाप, दादा को बताया कांग्रेसी तो ससुर को पूर्व प्रधानमन्त्री इंदिरा गांधी का करीबी
अफसरनामा ब्यूरो
लखनऊ : बसपा से निकाले गए व मायावती के करीबी रहे कांग्रेसी नेता नसीमुद्दीन सिद्दीकी ने कहा है कि कांग्रेस में शामिल होना उनकी घर वापसी जैसा है और अब उनका मकसद कांग्रेस को सत्ता में वापस लाना है. उनका कहना था कि अब वे कांग्रेस से मुस्लिम समाज को जोड़ने के साथ ही साथ सर्व समाज को भी जोड़ने का काम करेंगे. नसीमुद्दीन ने अपने बाबा, पिता और ससुर को कांग्रेसी बताते हुए कहा कि उनका पूरा परिवार ही कांग्रेसी रहा है. उनका कहना था कि मेरे ससुर फरजंद अली पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के साथ जेल भी गए थे.
बहुजन समाज पार्टी पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि काशीराम से प्रभावित होकर वे बसपा में गए थे और पूरी वफादारी और जिम्मेदारी के साथ उनके मिशन को आगे बढ़ाने का काम किया. लेकिन अब अपने खानदानी घर में आया हूं और यह एक तरह से हमारी घर वापसी है. नसीमुद्दीन का यह भी कहना था कि वह कांग्रेस पार्टी में किसी पद या टिकट की प्रत्याशा से नहीं आये हैं और वे कांग्रेस पार्टी में अपने समर्थकों के साथ बिना किसी समझौते के शामिल हुए हैं. अब उनका मकसद केवल कांग्रेस पार्टी को मजबूत करना है.